मुर्गा बनाना \ इन्द्रजीत कमल - Inderjeet Kamal

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Wednesday, 10 June 2015

मुर्गा बनाना \ इन्द्रजीत कमल

एक आदमी कहने लगा ,"आज हमने मुर्गा बनाया |"
मैंने कहा ," दोस्त , बनाया तो कुदरत ने था , तुमने तो टुकड़े टुकड़े करके खत्म किया है |"

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