गत दिनों मेरे पास एक दस वर्ष की लडकी को लेकर आए और कहने लगे कि इसको भूत तंग करता है , दिन में कई कई बार बेहोश हो जाती है |
इस संबन्ध में जब मैंने उस लडकी से जानकारी लेनी शुरू की तो उसने बताया कि दो बड़ी बड़ी ऑंखें आती हैं और उसकी गर्दन दबा देती हैं |मैनें उसे समझाने की कोशिश की कि आँखों से गर्दन नहीं दबाई जा सकती , उसके अंदर कोई डर है | मेरी बात सुनते ही उस लडकी का मज़दूर दिखने वाला अनपढ़ बाप कहता ," हम ने तो सुना था कि आप भूत प्रेतों का भी इलाज करते हो , इसे भूत ही तंग करता है , उसका इलाज कर सकते हो तो कर दो !"
उसकी इस बात से ही मैं समझ गया की इसको वैज्ञानिक रौशनी देने का मतलब है इसके सामने बेवकूफ साबुत होना और साथ ही ये किसी तांत्रिक बाबे के पास जाकर अपनी लूट करवाएँगे |मैंने उस लडकी से और जरूरी जानकारी ली और उसे लेटा कर सन्मोहित कर दिया |वो बहुत ही जल्दी सन्मोहित अवस्था में पहुंच गयी |
मैनें उसे आदेश दिया ," मैं तीन तक गिनती करूंगा और तुझे तंग करने वाली ऑंखें तेरे सामने आ जाएंगी , मगर तुझे डराने की जगह खुद तेरे से डरेंगी |" मेरे तीन तक पहुंचते ही उस ने कहा ," आ गई !"
मैंनें कहा , " अब मेरे तीन गिनते ही इन आँखों को आग लग जाएगी और ये राख हो जाएँगी |"
मैंने तीन तक गिनती की तो उस को वो ऑंखें जल कर राख में बदलती हुई नजर आईं |अब उसको विश्वास हो चूका था कि उसको तंग करने वाली ऑंखें राख बन चुकी हैं |मैनें लडकी को जागृति अवस्था में वापस ला कर उनको कुछ आदेश दे कर तीन दिन के बाद आने के लिए भेज दिया |
तीन दिन बाद लडकी के बाप का फोन आया कि वो बिलकुल ठीक रही है , परन्तु आज उसे एक नागिन नें दबोच लिया और वो बेहोश हो गई |मैंने उस लडकी को दोबारा लाने के लिए कहा और साथ ही उसकी माँ को लेकर आने की हिदायत दी | मेरा विचार है कि बच्चे माँ के ज़्यादा नज़दीक होते हैं इस कारण हो सकता है उसके मन अंदर छुपे डर का उसकी माँ को कुछ पता हो |#KamalDiKalam
उस लडकी को मेरे पास लेकर आए तो मैंने जानकारी लेने की कोशिश की कि शायद इस लडकी को स्कूल में कोई तंग करता हो , जिस कारण वो डरी हुई हो , लेकिन कोई भी बात सामने न आई |आखिर एक बात सामने आई कि लडकी को जब भी दौरा पड़ा है घर पर ही पड़ा है | बाहर बेशक सारा दिन खेलती रहे कुछ नहीं होता , स्कूल में भी बिलकुल कुछ भी नहीं हुआ |
अब मेरा सफर परिणाम की तरफ चल पड़ा | मैंने फिर लडकी से पूछताछ की तो उसने बताया कि अब उसे एक नागिन और एक औरत तंग करती है |पूरी जाँच पड़ताल से बात सामने आई कि लडकी की माँ उसे बहुत पीटती है , मगर लडके को बहुत प्यार करती है | यही कारण था कि लडकी के अचेत मन में माँ कभी नागिन के ,कभी बड़ी बड़ी आँखों के व कभी डरावनी औरत के रूप में आकर डराती थी |
मैनें लडकी को फिर सन्मोहित अवस्था में लेजा कर उसको डराने वाली हर बला से छुटकारा दिलवाने के आदेश दिए व उसे जागृति करके लडकी की माँ से जोर देकर वादा लिया की अब वो अपनी बेटी को कभी नहीं पीटेगी बल्कि बेटे की तरह ही प्यार करेगी | आज बहुत दिन गुजर जाने पर सब कुछ ठीक ठाक है |
इस संबन्ध में जब मैंने उस लडकी से जानकारी लेनी शुरू की तो उसने बताया कि दो बड़ी बड़ी ऑंखें आती हैं और उसकी गर्दन दबा देती हैं |मैनें उसे समझाने की कोशिश की कि आँखों से गर्दन नहीं दबाई जा सकती , उसके अंदर कोई डर है | मेरी बात सुनते ही उस लडकी का मज़दूर दिखने वाला अनपढ़ बाप कहता ," हम ने तो सुना था कि आप भूत प्रेतों का भी इलाज करते हो , इसे भूत ही तंग करता है , उसका इलाज कर सकते हो तो कर दो !"
उसकी इस बात से ही मैं समझ गया की इसको वैज्ञानिक रौशनी देने का मतलब है इसके सामने बेवकूफ साबुत होना और साथ ही ये किसी तांत्रिक बाबे के पास जाकर अपनी लूट करवाएँगे |मैंने उस लडकी से और जरूरी जानकारी ली और उसे लेटा कर सन्मोहित कर दिया |वो बहुत ही जल्दी सन्मोहित अवस्था में पहुंच गयी |
मैनें उसे आदेश दिया ," मैं तीन तक गिनती करूंगा और तुझे तंग करने वाली ऑंखें तेरे सामने आ जाएंगी , मगर तुझे डराने की जगह खुद तेरे से डरेंगी |" मेरे तीन तक पहुंचते ही उस ने कहा ," आ गई !"
मैंनें कहा , " अब मेरे तीन गिनते ही इन आँखों को आग लग जाएगी और ये राख हो जाएँगी |"
मैंने तीन तक गिनती की तो उस को वो ऑंखें जल कर राख में बदलती हुई नजर आईं |अब उसको विश्वास हो चूका था कि उसको तंग करने वाली ऑंखें राख बन चुकी हैं |मैनें लडकी को जागृति अवस्था में वापस ला कर उनको कुछ आदेश दे कर तीन दिन के बाद आने के लिए भेज दिया |
तीन दिन बाद लडकी के बाप का फोन आया कि वो बिलकुल ठीक रही है , परन्तु आज उसे एक नागिन नें दबोच लिया और वो बेहोश हो गई |मैंने उस लडकी को दोबारा लाने के लिए कहा और साथ ही उसकी माँ को लेकर आने की हिदायत दी | मेरा विचार है कि बच्चे माँ के ज़्यादा नज़दीक होते हैं इस कारण हो सकता है उसके मन अंदर छुपे डर का उसकी माँ को कुछ पता हो |#KamalDiKalam
उस लडकी को मेरे पास लेकर आए तो मैंने जानकारी लेने की कोशिश की कि शायद इस लडकी को स्कूल में कोई तंग करता हो , जिस कारण वो डरी हुई हो , लेकिन कोई भी बात सामने न आई |आखिर एक बात सामने आई कि लडकी को जब भी दौरा पड़ा है घर पर ही पड़ा है | बाहर बेशक सारा दिन खेलती रहे कुछ नहीं होता , स्कूल में भी बिलकुल कुछ भी नहीं हुआ |
अब मेरा सफर परिणाम की तरफ चल पड़ा | मैंने फिर लडकी से पूछताछ की तो उसने बताया कि अब उसे एक नागिन और एक औरत तंग करती है |पूरी जाँच पड़ताल से बात सामने आई कि लडकी की माँ उसे बहुत पीटती है , मगर लडके को बहुत प्यार करती है | यही कारण था कि लडकी के अचेत मन में माँ कभी नागिन के ,कभी बड़ी बड़ी आँखों के व कभी डरावनी औरत के रूप में आकर डराती थी |
मैनें लडकी को फिर सन्मोहित अवस्था में लेजा कर उसको डराने वाली हर बला से छुटकारा दिलवाने के आदेश दिए व उसे जागृति करके लडकी की माँ से जोर देकर वादा लिया की अब वो अपनी बेटी को कभी नहीं पीटेगी बल्कि बेटे की तरह ही प्यार करेगी | आज बहुत दिन गुजर जाने पर सब कुछ ठीक ठाक है |
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