अफ़सोस , बाप और नौकरी \ इन्द्रजीत कमल - Inderjeet Kamal

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Monday, 8 June 2015

अफ़सोस , बाप और नौकरी \ इन्द्रजीत कमल

मैं एक लडके के बाप के मरने का अफ़सोस करने गया | मैंने कहा ," बहुत बुरा हुआ |"
बोला ," हाँ बहुत बुरा हुआ , तीन दिन पहले ही रिटायर हुए थे , यही काम चार दिन पहले हो जाता तो मुझे इनकी जगह सरकारी नौकरी मिल जाती |

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