मैं एक लडके के बाप के मरने का अफ़सोस करने गया | मैंने कहा ," बहुत बुरा हुआ |"
बोला ," हाँ बहुत बुरा हुआ , तीन दिन पहले ही रिटायर हुए थे , यही काम चार दिन पहले हो जाता तो मुझे इनकी जगह सरकारी नौकरी मिल जाती |
About Inderjeet Kamal
A homeopath by profession. A writer by passion.
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