भगवान \ इन्द्रजीत कमल - Inderjeet Kamal

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Friday, 15 May 2015

भगवान \ इन्द्रजीत कमल

मेरे क्लीनिक पर किसी भगवान की कोई तसवीर ना लगी होने के कारण और मेरे विचार सुन कर कई लोग पूछते हैं , " डाक्टर साहब , आप  किसको  मानते हो ?"
मैं कहता हूँ  ," आपको !"
कई कहते हैं ," कोई न कोई तो होगा जिसके सहारे दुनियां चल रही है !"
मेरा तो एक ही उत्तर होता है ," मेरी दुनियां , मेरा परिवार , मेरा घरबार तो आप लोगों के सहारे ही च रहा है | मेरे भगवान तो आप ही हो !"

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